विश्वास और आस्था का होता दर्पण है
आस्था के मन्दिर है आस्था के तर्पण है
त्रिवेणी तट पर कुम्भ पर्व मैला है
मैले मे हल चल है भक्ति समर्पण है
गंगा के तट पर संतो का मैला है
त्रिवेणी संगम है गुरुवर है चैला है
भक्ति मे शक्ति है भक्तो का रैला है
कुदरत ने सर्दी क्या खेल खैला है
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