रविवार, 21 जून 2020

श्रंध्दांजली जताई है


(1)
उन्होंने आज
 सैनिकों की शहादत पर 
अश्रुपूरित हो
श्रध्दांजलि जताई है
 और श्रद्धांजलि के नाम पर
 दो मिनट मौन रह कर
 चीन से आयातित मोमबत्तीया जलाई है
(2)
अब नही रह पाएगा
 बाज़ार में कोई चीनी समान है
 कही सस्ता सा मिल जाये मोबाईल 
बस यही अरमान है
(3)
स्वदेशी की बात करते हुए 
गला रुंधा है 
मानो सीमाओं ने पुकारा है
पर क्या करे?
 इस  दौर में
 सस्ता चीनी माल ही तो
 आजीविका का  सहारा है

1 टिप्पणी:

न बिकती हर चीज

लज्जा का आभूषण करुणा  के बीज कौशल्या सी नारी तिथियों मे तीज  ह्रदय मे वत्सलता  गुणीयों का रत्न   नियति भी लिखती है  न बिकती हर चीज