जल की सरलता और तरलता प्रवाह देती है
तृष्णा को तृप्ति देती है
इसलिए जल की तरह सरल और तरल बनो
जल समतल पर नहीं बहता जल समतल नहीं रहता
असमतल धरातल पर जल सदा है बहता
इसलिए जल की तरह विषमताओ में बहो
विषमताओ के विद्रूप को सहो
तृष्णा को तृप्ति देती है
इसलिए जल की तरह सरल और तरल बनो
जल समतल पर नहीं बहता जल समतल नहीं रहता
असमतल धरातल पर जल सदा है बहता
इसलिए जल की तरह विषमताओ में बहो
विषमताओ के विद्रूप को सहो
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