आंसुओ
की झील मे दिखा दर्द का साया
है
रोशनिया
झिल-मिलाई-चाँद
उग आया है
जीवन
मे कुछ खोया बहुत कुछ पाया
है
आसमान
आस्था का सजाया है पाया है
झील
सी झील-मिलाई
आँखों मे आशाये
खिल-खिलाई
होठो पर प्यार की भाषाये
मंजिले
मिल गई जब ख्यालो मे तुम आये
मिली
खुशियो खुश्बू ,खुश्बू
पल महकाये
निराशा
के भीतर भी आशायेहोती है
जीवन
की मस्ती को आशा संजोती है
आशाये
सावन है आशाये मधुबन है
आशादम
पर ही ज्योति है मोती है
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