विकलांगता
सपनो को तोड़ नहीं सकती
मानसिकता
गुलामी की दौड़ नहीं सकती
हर
एक अँधेरे को रही दिए की तलाश है
उजाले
की प्यास कभी मुंह मोड़ नहीं
सकती
चाँद तारे से गगन है दीपिका से है किरण दीपिका जब न जली तो चंद्र करता तम हरण जब अंधेरा हो रहा हो जगत सारा सो रहा हो च...