प्यार पूजा है आस्था है अगरबत्ती है
प्यार की अनुभूति रूह तक उतरती है
प्यार उन्माद नही है यौवन का
प्रीति एक प्रतीति है जो टूट नही सकती है
बिखरे हुए राहो पे कांटे उड़ती रही यह धूल है
टूटती रही आशाये है उगते रहे बबूल है
जिंदगी रोने लगी है जब नही हो तुम
अब नही शायद रही है किस्मत में बुलबुल है
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