उन्हें मुसीबतो से कम और सुविधाओ से बहुत प्यार है
हम उपाय खोज कर मुसीबतो का करते रहे इन्तजार है
उनके लिए मुसीबतो का आना एक खौफ है
मुश्किलो से होती रही हमारी नोक झोक है
जीवन में मुसीबतो का सिलसिला है
मुसीबतो के सहारे ही तो हमें यह सब कुछ मिला है
जीवन के समंदर में कही मीठा तो कही खारा जल है
करते रहो लहरो को पार
क्षितिज के उस पार उजला कल है
उनकी कथनी और करनी में रहा बहुत भेद है
मनसा वाचा कर्मणा से हम एक रहे
तो जीवन गीता उपनिषद वेद है
परिश्रम के पसीने से जिसने कर्मो को सींचा है
हर संकल्प में बल है
हर शब्द एक ब्रह्म और वाक्य उसकी ऋचा है
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