विश्व कोरोना से लड़ाई लड़ने का
दम्भ भर रहा है
दवाई की कंपनीयो मुनाफा बढ़ रहा है
बाकी सभी का शेयर सूचकांक घट रहा है
कोरोना का रोना अब सरकारे मीडिया
और इंश्योरेंस कंपनिया रो रही है
सेनेटाइजर उत्पादक की हो गई पौ बारह
नई नई प्रयोगशालाएं खुल रही है
विमानन कंपनियों की हालत
जो पहले से बिगड़ी हुई है
अब तो तीर्थो में भी रही न भीड़
सिर्फ कोरोना की ही चर्चा
चेनलो पर छिड़ी हुई है
बाजार माल और सड़कों का भी हाल
नही किसी से छुपा है ।
चीन से आयातित माल का
स्टॉक भी रुका है
बीमारी कोई भी ईलाज नही होने पर
इंसान की मृत्यु तो होनी ही है
पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति की कलाई
किसी भी हालात में नही छूनी है
विदेश जाने का मोह भी अब नही रहा है
अपने ही गांव में रहो ,मिली साफ हवा
खेतो में शुध्द जल बहा है
कोरोना रोगी की पीड़ा
अब सही नही जाती है
अकेले ही पड़े रहो ,पड़े पड़े सड़े रहो
अब तो आइसोलेशन वार्ड ही साथी है
कटु यथार्थ
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