पगडण्डी जो चमन करेगा पथिक वही कहलायेगा
अंधियारे का भाग्य बदल दे दीप वही बन जाएगा
जो महलों का मोह छोड़कर गीत कुटी के गायेगा
भावो का सहगामी बनकर गीतकार कहलायेगा||1||
दें दुखियो का दर्द हरेगा सच्चे ईश को पायेगा
मात्र भूमि के चरणों में ही अपना जीवन चढ़ाएगा
किया नहीं प्राणों का अर्पण करे समर्पित जो जीवन
देशप्रेमी और कर्मयोगी वह कालपुरुष बन जाएगा ||2||
परमाणु विस्फोट करेगा महाशक्ति बन जाएगा
अमेरिकी प्रतिबंधो को क्या सहन कर पायेगा
पाक चीन को भारत क्या एक साथ निबटाएगा
स्वदेशी का चक्र सुदर्शन दुशमन से टकराएगा ||3||
राष्ट्रीयता का भाव जगा कर दिल्ली तक जो जाएगा
देशभक्ति का मंत्र पाठ कर एटमबम बनवाएगा
ममता समता जय अम्मा को येन कें पटायेगा
अटल बिहारी पाँच साल तक पी. एम् .फिर रह पायेगा||4||
अहिंसा का पाठ करेगा हिंसा को फैलाएगा
स्वांग रचा कर सज्जनता का गुंडों से पिटवाएगा
वह जनता को मुर्ख बनाकर ख़ुशी ख़ुशी जित जाएगा
वह पार्टी में फुट दल कर मिनिस्टर बन जाएगा ||5||
अफसर को जो खुश करेगा ठेका वो ले जाएगा
गुणवत्ता में उलट फेर कर कमीशन दे जाएगा
जनता के ही हाथ जोड़ कर राजनीती में आयेगा
चाटुकारिता के दम पर ही नेताजी बन जाएगा ||6||
रविवार, 3 जुलाई 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई चीन चीज
चीनी से हम छले गये ,घटना है प्राचीन ची ची करके चले गए, नेता जी फिर चीन सीमा पर है देश लड़ा ,किच किच होती रोज हम करते व्यापार रहे, पलती उनकी फ...
-
ऊँचे पर्वत मौन खड़े, जग में सीना तान इनसे नदिया नीर बहे, उदगम के स्थान गहरी झील सी आँख भरी, बोझिल है आकाश पर्वत टूट कर रोज गिरे, जंगल की है ...
-
उसके गुण का गान करो , जिसमे हो संस्कार कर्मठता का मान करो , कर्मो का सत्कार जिसमे थी सामर्थ्य नही ,मिली उन्हें है छूट दानव दल को बाँट रहा, ...
-
जिव्हा खोली कविता बोली कानो में मिश्री है घोली जीवन का सूनापन हरती भाव भरी शब्दो की टोली प्यार भरी भाषाए बोले जो भी मन...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें