जीवन मे जब हार मिली
कही मिली है जीत
कोने मे कहीं मौन सज़ा
कहीं बजा संगीत
मधु के भीतर स्नेह बसा है
मधुमय हैं मनमीत
सच्चा प्यारा राज दुलारा
बेटा सा संगीत
खुली नहीं खिड़की दरवाजे बन्द है जीवन में बाधाएं किसको पसन्द है कालिख पुते चेहरे हुए अब गहरे है गद्य हुए मुखरित छंदों पर प्रतिबंध है मिली...
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